Truck Driver: रंग लाइ ड्राइवर की यह हड़ताल, हिट एंड रन कानून अभी तक नहीं होगी लागू कैसे बनी यह बात।

Truck Driver : एआईएमटीसी आयोजन समिति के अध्यक्ष वाल्मीकि सिंह जी ने यह कहा है कि यह कानून अभी तक लागू नहीं हुई है सरकार ने अपनी आश्वासन दिया है कि ये एआईएमटीसी के साथ चर्चा के बाद नए कानून को लागू की जाएगी। देशव्यापी ट्रक ड्राइवरो कि यह आंदोलन समाप्त हो गया है। क्योंकि यह सरकार ने निश्वासन दिया है कि वह हिट एंड रन के खिलाफ कोई विवादस्पद कानून को लागू करने से पहले उनसे परामर्श करेगी।
सरकार के साथ लंबी बातचीत के बाद यह ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस ने यह आंदोलन खत्म करने की घोषणा की हुई है। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने यह कहा है “ हमने ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस के प्रतिनिधित्व के साथ चर्चा की है।
टक्कर मारकर भागे तो आपको 10 साल की होगी जेल, जुर्माना भी… हैं हिट एंड रन कानून के खिलाफ ट्रक-बस चालकों की हैं ।स्ट्राइक?
देशभर में ट्रक, डंपर और बस चालक इस समय हड़ताल पर बैठे हैं। चालकों का यह विरोध केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ हुई है, जिसमें 10 साल की हैं जेल और जुर्माने की प्रावधान है। इसके खिलाफ देशभर में यह चक्काजाम की स्थिति बन गई है। केंद्र सरकार के नए हिट एंड रन कानून के खिलाफ तो ट्रक, डंपर और बस चालक सड़कों पर उतर आए हुए हैं। सब्जी, पेट्रोल-डीजल जैसी बुनियादी चीजों की सप्लाई तक करने वाली ट्रांसपोर्ट सेवाएं ठप पड़ती जा रही हैं।
देश के अलग-अलग शहरों में हुए लोग परेशान हो रहे हैं।पब्लिक ट्रांसपोर्ट की तो इस्तेमाल करने वाले लोग घंटों तक बस स्टॉप पर बसों की इंतजार कर रहे हैं, लेकिन उन्हें कोई पब्लिक ट्रांसपोर्ट वाहन नहीं मिल पा रही है। पेट्रोल-डीजल की सप्लाई बाधित होने के कारण कई ऐसे पेट्रोल पंपों में ईंधन खत्म होने की बात सामने आ रही है, जिसके बाद पेट्रोल पंप और गैस स्टेशन पर ईंधन भरवाने वाले वाहनों की कतारें लग रही हैं।
और इन सभी के वजह से पब्लिक को काफी नुकसान पहुंच रही है। डीजल पेट्रोल ना मिलने के कारण बहुत से लोग अपने काम को नहीं कर पा रहे हैं जो लोग वहां के सुविधा से अपने रोजगार को जाते थे वह लोग नहीं जा पा रहे हैं क्योंकि कोई भी छोटी बड़ी गाड़ियां चल नहीं रही है सब स्ट्राइक पर आ गए हैं।
Truck Driver: आखिरकार क्यों हड़ताल पर है ट्रक और बस चालक?

दरअसल, केंद्र सरकार ने हिट एंड रन को लेकर नए कानून को बनाए हैं, जिसके तहत अगर कोई ट्रक या डंपर चालक किसी को कुचलकर भागती है तो उसे 10 साल की हो जेल होगी। इसके अलावा जुर्माना देनी होगी। पहले इस मामले में कुछ दिनों में आरोपी ड्राइवर को जमानत मिल तक जाती थी और वो पुलिस थाने से बाहर आ जाते थे। हालांकि, इस कानून के तहत भी दो साल की सजा का प्रावधान थी। लेकिन नया कानून लागू होने के बाद दोषी को अब दस साल जेल में रहनी होगी।
हालांकि, घायल को अस्पताल पहुंचाने पर कुछ रियायत की प्रावधान है। ट्रक और डंपर चालक इस कानून का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अगर उनको 10 साल की सजा और सात लाख रुपया जुर्माना करना पड़े तो वह कहां से कर पाएंगे उनकी एक महीने की कमाई तो सिर्फ ₹7000 तक होती है तो वह कहां से कर पाएंगे इतनी भरपाई इसलिए वह लोग आ चुके हैं स्ट्राइक पर उनकी यह मांग अगर पूरी नहीं हुई तो वह अभी लगातार स्ट्राइक पर रहेंगे । इसके वजह से काफी ज्यादा नुकसान देखने को अभी मिलेगी।
और क्या ट्रक ड्राइवर की हड़ताल खत्म हुई हैं?
मेरी पेट्रोल पंप एसोसिएशन के प्रमुख से बात हुई है और उन्होंने ट्रक यूनियन की हड़ताल खत्म होने की पुष्टि तक कि हैं। लेकिन लग तो नहीं रहा है कि अभी हड़ताल खत्म होगी । उन्होंने आज तक सरकार को टाइम दिया था अगर आज वह नहीं इस पर निर्णय लेते हैं।तो उनके हड़ताल अभी जारी रहेगी,अगर उनकी हड़ताल जारी रही तो काफी हद तक समान की भरपाई नहीं हो पाएगी और काफी हद तक नुकसान होगी।
ट्रक वालों ने क्यों छोड़ा यह?
बर्नआउट ड्राइवरों के व्यक्तिगत जीवन, स्वास्थ्य और नौकरी के यह प्रदर्शन को प्रभावित करती है । इससे उन्हें नौकरी तक छोड़नी पड़ सकती है। ट्रकिंग में बर्नआउट और टर्नओवर के बीच संबंध पर शोध आम तौर पर बर्नआउट के तीन आयामों का विश्लेषण करती है:अत्यधिक थकावट, संशय की भावना और अप्रभावीता तक हैं।
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