अगर आपके पास बैंक अकाउंट है, तो इसे जान ले, RBI ने जारी किया मिनिमम बैलेंस का रूल।

RBI New Rules:रिज़र्व बैंक ऑफ़ इंडिया आरबीआई ने सभी खातेदार को के लिए एक नया नियम लेकर आया है। हालांकि आरबीआई हमेशा कुछ ना कुछ नहीं अपडेट नए रूल्स लेकर आते रहते हैं लेकिन इस बार जो रस लेकर आए हैं वह ग्राहकों के लिए काफी फायदेमंद है
इस बार आईडी इस बार आरबीआई ने मिनिमम बैलेंस को लेकर का बहुत ही बड़ी बदलाव की है, आपको बता दे की यदि आपके किसी भी बैंक में अकाउंट है तो आपको कम से कम आपको मिनिमम बैलेंस रखना पड़ता है नहीं तो आपका अकाउंट बंद कर देता है बैंक या फिर मिनिमम बैलेंस का कुछ चार्ज काट लेता है।
लेकिन आरबीआई के इस गाइडलाइन के अनुसार अब मिनिमम बैलेंस पर ₹1 भी चार्ज नहीं काटा जाएगा इस पर सभी बैंकों को सूचना दे दी गई है तो यह ग्राहकों के लिए खुशी की खबर है यदि आप भी अपने बैंक अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखते हैं तो आपका अकाउंट बंद नहीं होगा और कोई भी अतिरिक्त शुल्क नहीं काटे जाएंगे।
भारतीय रिज़र्व बैंक (Reserve Bank of India-RBI) की स्थापना भारतीय रिज़र्व बैंक में अधिनियम, 1934 के प्रावधानों के अनुसार 1 अप्रैल, 1935 को हुआ था। शुरुआत में तो रिज़र्व बैंक की केंद्रीय कार्यालय कोलकाता में स्थापित किया गई थीं जिसे वर्ष 1937 में स्थायी रूप से यह मुंबई में स्थानांतरित कर दि गई हैं। केंद्रीय कार्यालय वह कार्यालय में है, जहाँ RBI की गवर्नर बैठती है और जहाँ नीतियाँ निर्धारित की गई हैं। और यद्यपि प्रारंभ में तो यह निजी स्वमित्व वाली थी, वर्ष 1949 में RBI के राष्ट्रीयकरण के बाद से तो इस पर भारत सरकार की पूर्ण स्वामित्व होती है!
प्रस्तावना क्या हैं?
भारतीय रिज़र्व बैंक की तो प्रस्तावना में बैंक के मूल कार्य इस प्रकार वर्णित किए गए हैं:
“भारत में तो कोई मौद्रिक स्थिरता प्राप्त करने की यह दृष्टि से बैंक कि नोटों के निर्गम को यह विनियमित करनी है, तथा प्रारक्षित निधि को तो बनाए रखनी और सामान्य रूप से तो यह देश के हित में मुद्रा एवं ऋण प्रणाली को यह संचालित करती हैं। अत्यधिक जटिल में तो यह अर्थव्यवस्था की चुनौती से निपटने के लिए आधुनिक मौद्रिक नीति फ्रेमवर्क रखनी हैं। वृद्धि के तो उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए मूल्य स्थिरता बनाए रखनी हैं!
RBI की काम क्या होती है?
प्रमुख कार्य में मौद्रिक नीति तैयार करनी हैं, और उसका कार्यान्वयन और निगरानी करनी हैं। वित्तीय प्रणाली की विनियमन और पर्यवेक्षण करनी है। विदेशी मुद्रा की प्रबन्धन करनी है। मुद्रा जारी करनी, और उसका विनिमय करना और परिचालन योग्य न रहने पर उन्हें नष्ट करनी है।
RBI का मतलब क्या होती है?
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के लिए तो नए नियमों की वजह से अपने-आप होने वाले पेमेंट में तो बदलाव भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) के नियमों के तहत, क्रेडिट और डेबिट कार्ड की तो इस्तेमाल करके अपने-आप होने वाली सभी पेमेंट, 30 सितंबर, 2021 से नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक होनी चाहिए!
RBI New Rules:आरबीआई क्या होती है और इसका महत्व क्या हैं?
आरबीआई वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए तो यह बैंक नोट्स के जारी करने और रिजर्व को सुरक्षित रखती हैं, वित्तीय नीतियां को बनाने, सरकारी प्रतिभूतियां जारी करने में और वाणिज्यिक बैंकों, के वितीय संस्थाओं और गैर-बैंकिंग वित्तींय कंपनियों के वित्तीय पर्यवेक्षण को विनियमित करती है।
आरबीआई कौन सी बैंक होती है?

भारतीय रिज़र्व बैंक ने तो पूरे भारतवर्ष में सरकार की ओर से राजस्व संग्रह करने के साथ-साथ तो भुगतान करने के लिए सुसंचालित व्यवस्था की हुई है। भारतीय रिज़र्व बैंक की यह सरकारी बैंकिंग प्रभाग और भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम की धारा 45 के अंतर्गत नियुक्त हुए यह एजेंसी बैंकों की शाखाओं की नेटवर्क सरकारी लेनदेन की कार्य करती है।
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