Hindi diwas: हिंदी भाषा जो अनेकता में एकता को स्थापित करने के सूत्रधार है।

हिंदी भाषा जो अनेकता में एकता को स्थापित करने के सूत्रधार है।

Hindi diwas: हिंदी एकमात्र ऐसी भाषा है, जो कि “अ” अनपढ़ से शुरू होती है, और “ज्ञ” ज्ञानी बना कर समाप्त होती हैं! विश्व हिंदी दिवस पर हम लोगों को जागृत करेंगे और इसके प्रति लोगों के मन में भावना उत्पन्न करेंगे ! इस दिन को हम काफी धूमधाम से मनाई! यह विश्व दिवस हमारी मातृभाषा है! फिर लोगों के मन में इसके प्रति प्रेम कम है! तो हम आए सब मिलकर विश्व दिवस पर लोगों के मन में इसके प्रति प्रेम जागृत करें, और इस देश भर में जान जाए कुछ ऐसा कमाल करते हैं!

Vishwa Hindi diwas Kab hai?

हिंदी एक हमारी मातृभाषा नहीं हैं, बल्कि यह हमारी पहचान हैं। हिंदी भाषा एक ऐसी भाषा हैं, जिसे सब कोई काफी पसंद आती हैं। ये हमारी आन बान सान हैं। इस देश कि यह आन और इज्जत हैं। आज हिंदी दिवस के दिन पर हम ठान लिए हैं। लोगों के मन में हिंदी भाषा के प्रति प्रेम जागृत करना हैं! ये जो हमारी मातृभाषा हिंदी हैं न ये हमारी पहचान, हमारी अभिमान , हमारी श्रृंगार और इससे हमारी संस्कार का पता चलता हैं। यह कोई आम भाषा नहीं भारत माता के माथे की बिंदी ये हिंदी हैं!

     विश्व में आज हिंदी दिवस मना रही है। हर साल में 10 जनवरी को वैश्विक स्तर पर विश्व हिंदी दिवस मनाते हैं। हिंदी भाषियों के लिए यह गौरवपूर्ण दिन साबित होती है। हिंदी दिवस हमारी पहचान आन बान शान है। जैसे भूखे के लिए रोटी जरूरी है, वैसे हम लोग की पहचान के लिए हमारी भाषा जरूरी होती है!

Vishwa Hindu diwas kyu Celebrate kyu किया जाता है?

विश्व हिन्दी दिवस प्रति वर्ष हम 10 जनवरी को मनाई जाती है। इसका उद्देश्य विश्व में तो हिन्दी के प्रचार-प्रसार के लिये जागरूकता पैदा करती हैं तथा हिन्दी को अन्तरराष्ट्रीय भाषा के रूप में पेश करनी है।

इसके प्रति हम लोग के मन में हमें जागरूप करनी होगी! ताकि जो लोग इस भाषा के बारे में नहीं जानते हैं! उन तक हमारी आवाज चली जाए! देश क्यों विदेश में इसकी बोल बाल दिखे!

    विश्व हिंदी दिवस को लोगों तक पहुंचा देना सबसे बड़ी चुनौती है! इसे सिर्फ हम नहीं पूरी दुनिया मे जाने विश्व हिंदी दिवस को अंतर्राष्ट्रीय हिंदी दिवस के रूप में  जाने जाए ! जो हर साल 10 जनवरी को मनाई जाती है। इस दिन को तो हम मनाने की उद्देश्य दुनियाभर में हिंदी की प्रचार-प्रसार करनी है!

हिन्दी दिवस 14 सितम्बर को क्यों मनाई जाती है? 

 Hindi diwas
Hindi diwas/hinditv.in

क्योंकि हमें भारत मे तो अधिकतर क्षेत्रों में ज्यादातर हिन्दी भाषा बोली जाती थी इसलिए हिन्दी को तो हम राजभाषा बनाने का निर्णय लिए हैं और इसी निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने और हिन्दी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के लिये वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाई जाती है। ज्यादा तर लोग इसी भाषा का इस्तेमाल करता हैं। और यह काफी आसान रहता हैं। लोगों के प्रति इसके लिए काफी प्यार देखने को मिलता हैं!

     ध्यान दें कि हम पहले विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी 2006 को पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के आदेश पर मनाए हुए थे। विश्व हिंदी दिवस हिंदी को सार्वभौमिक भाषा के रूप में मान्यता देने की एक अवसर है। उनके मन में हिंदी दिवस के प्रति और हमारी भाषा के प्रति बहुत सम्मान देखने को मिला है! उनका मानना है, कि पूरे विश्व में हिंदी दिवस को मनाई जाए और सभी लोग इस भाषा में बोले!

Vishwa Hindi diwas कि बधाई?

 हिंदी को हम राजभाषा का दर्जा देते हैं! और 14 सितंबर 1949 को मिली थीं ! लेकिन राष्ट्रभाषा को लेकर लंबी बहसें चलीं पर कोई नतीजा कुछ नहीं निकला। साथियों, विश्व हिन्दी दिवस के अवसर पर तो सभी भारतीयों को हिन्दी को दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचाने का संकल्प लेनी चाहिए। इसी के साथ मैं अपने भाषण की समापन करती हूं। धन्यवाद, जय हिंद। मेरे प्यारे दोस्तों!

Hindi Diwas 2024: शुभकामनाएं और संदेश कुछ ऐसे दे!

-हिंदी सभी भाषाओं में सबसे सहज भाषा मानी जाती है। …

-आइए हम सब अपनी हिंदी भाषा को सम्मान और प्रथम प्राथमिकता देने की संकल्प लें! …

-आइए हम सभी अपनी हिंदी भाषा पर गर्व करें और तो इस दिन को धूमधाम से मनाएं !

-जब तक हिंदी को गरीबों की ताकत नहीं बनाया जायेगी, तब तक देश को गरीबी से मुक्ति नहीं मिलेगी कभी।

विश्व हिंदी दिवस की क्या महत्व है, और हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य क्या है?

हर साल विश्व हिंदी दिवस को अलग-अलग थीम के साथ मनाई जाती है! यह दिन हिंदी भाषियों के योगदान का सम्मान करने और भाषा के महत्व को समझने और लोगों को इसके महत्व के बारे में लोगों को बताने के लिए इस खास दिन को मनाई जाती है!

     क्योंकि भारत मे हम अधिकतर क्षेत्रों में ज्यादातर हिन्दी भाषा बोली जाती थी! इसलिए हम हिन्दी को राजभाषा बनाने की निर्णय लिया और इसी निर्णय के महत्व को प्रतिपादित करने तथा हिन्दी को प्रत्येक क्षेत्र में प्रसारित करने के तो लिये वर्ष 1953 से पूरे भारत में 14 सितम्बर को प्रतिवर्ष हिन्दी-दिवस के रूप में मनाई जाती है।

     कई ऐसे क्षेत्रीय भाषाओं के कारण प्रशासन के लिए हिंदी को तो आधिकारिक भाषा मानी गई हैं। इसके बाद तो आधिकारिक तौर पहली हिंदी दिवस 14 सितंबर 1953 को मनाई गई हैं।     

हिंदी दिवस बच्चों के लिए क्यों मनाई जाती है?

 14 सितंबर 1949 को तो देवनागरी लिपि में लिखी हिंदी भाषा को हम भारत की आधिकारिक भाषा घोषित कि गई थी । इसके साथ तो 14 सितंबर को महान हिंदी साहित्यकार राजेंद्र सिंह जी के जन्मदिन  है!

     हिन्दी संवैधानिक रूप से तो भारत की राजभाषा और भारत की सबसे अधिक बोली और समझी जाने वाला भाषा है। हिन्दी भारत की राष्ट्रभाषा नहीं है क्योंकि भारत के संविधान में तो किसी भाषा को ऐसा दर्जा नहीं दि गई है। कि एथनोलॉग के अनुसार हिन्दी विश्व की तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है!

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