COVID-19: कोरोना वायरस का नया वेरिएंट भारत में देखने को मिला, जाने यह है कितना खतरनाक।
COVID-19: केरल में कोरोना से हुई हैं तत्काल 3 मौत, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने भी बुलाई हाई लेवल मीटिंग, बोले- ‘कोविड अभी हुई नहीं हैं खत्म आप रहे इससे स्त्रक।

Covid-19 New Variant क्या हैं?
कोरोना के लिए ही नए वेरियंट JN1 का ही खौफ, चंडीगढ़ में भी मास्क जरूरी हैं, किस राज्य में नियम से कितने सख्त हैं, जानें पूरी गाइडलाइंस और आप इसे अपने और अपनो पे भी लागू करे ताकि आप और आपकी परिवार को कुछ न हों। कोरोना के नए वेरियंट जेएन.1 के देश मेंही दस्तक देने के बाद ही राज्यों ने अपने नियमों में भी बदलाव किया है तो केंद्र ने भी नई नई गाइडलाइन्स को भी लोगों पर जारी कर ही दी हैं।
कोरोना महामारी से ही अभी देश पूरी तरह से उबर या निकल भी नहीं पाई थी इसके वजह से हुई नुकसान कि अभी तक नहीं कर पाए हैं भरपाई तब तक आ गई हैं यह फीर से अब इसके नए सब वेरियंट जेएन.1 ने भी दी हैं दस्तक । कोविड-19 के बढ़ते मामलों ने फिर से एक बार देश के माथे पर चिंता की लकीरें खींचते दस्तक दे रही हैं।कोरोना के नए वेरियंट जेएन.1 के कुल 21 मामले सामने आ भी चुके हैं और धीरे-धीरे तो ये बढ़ते ही जा रहे हैं। इस वजह से अलग-अलग राज्यों में भी अलग-अलग नियम बना दिए भी गए हैं।
कोरोना के नए नए वेरिएंट को ही देखते हुए चंडीगढ़ प्रशासन ने भी लिया बड़ा फैसला प्रशासन ने फिर से एक बार फिर से मास्क लगाने का हिदायत दी और लोगों को भीड़भाड़ वाले इलाके में तो मास्क पहनने की भीं सलाह दी है। साथ ही भीड़ भाड़ वाले इलाकों में न जाने से बचने की हिदायत भी कर दी है।
कर्नाटक में दो और लोगों की भी मौत हों चुकी है?
कर्नाटक में कोविड-19 के 20 नए मामले भी सामने आए है और इस महामारी के ही कारण दो और लोगों की भी मौत हो गई। राज्य के ही स्वास्थ्य विभाग ने बुधवार (20 दिसंबर) को ही एक बुलेटिन जारी कर यह जानकारी तत्काल भी दी हैं। बुलेटिन के ही मुताबिक, बेंगलुरु में भी 16 दिसंबर को 44 साल के ही एक मरीज की हुई हैं मौत जबकि 17 दिसंबर को 76 साल एक ही एक मरीज ने दम तोड़ दिया था उनमें से एक मरीज में बीमारी के कोई भी लक्षण नहीं थे जबकि दूसरे मरीज को सांस भी लेने में समस्या थी।
दिल्ली वायरस से निपटने कि क्या है ये तैयार और साथ में भी देखते हैं राजस्थान में क्या क्या होती है तैयारी?
दिल्ली के ही स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने तत्काल ही बुधवार को यह कहा कि कोरोना वायरस का नया उप-स्वरूप जेएन.1 संक्रामक भी है लेकिन इसके लक्षण हल्के हैं और राष्ट्रीय राजधानी सरकार भी इससे निपटने के लिए अभी पूरी तरह से सतर्क और तैयार नहीं है। देश में ही कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में भी काफी बढ़ोतरी के बीच अधिकारियों नेभी कहा है कि दिल्ली सरकार जीनोम अनुक्रमण की निगरानी को बढ़ाएगी भी ताकि सभी सुरक्षित रह सके।
देश में भी कई जगह कोरोना वायरस के नए मामले को भी सामने आने के बाद राज्य में चिकित्सा विभाग को भी सतर्कता बरतने और एहतियातन आवश्यक तैयारियां करने के भी निर्देश दिए गए हैं। अधिकारियों के अनुसार ही, जैसलमेर में ही कोरोना वायरस संक्रमण के दो मामले भी सामने आए हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की भी अतिरिक्त मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने भी बुधवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की हुई है।
इसमें उन्होंने भी कोरोना प्रबंधन के लिए भी चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते की भी अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कमेटी गठित करते हुए भी ‘ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम’ (मामलों की संख्या के ही अनुसार चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता) तैयार किए भी जाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि आवश्यकता होने पर ही रोगियों को तत्काल आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं मिल सकें आसानी से।
डब्ल्यूएचओ ने क्या कहा? और देश में कोरोना के कितने मामले?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भी कोरोना वायरस के ही ‘जेएन.1’ स्वरूप के तेजी से भी बढ़ते मामलों के भी बीच इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ करार कर दिया है। डब्यूएचओ ने साथ ही कहा हैं कि इससे वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए भी ज्यादा खतरा नहीं दिख रहा है। विश्व स्वास्थ्य निकाय ने यह कहा कि 2020 के ही आखिरी में वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए भी काफ़ी जोखिम पैदा करने वाले स्वरूपों के सामने भीं आने के बाद से डब्ल्यूएचओ ने भी हल्के स्वरूप को ही‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ और गंभीर स्वरूप को भी ‘वैरिएंट ऑफ कंसर्न’ के रूप में ही वर्गीकृत करना शुरू भी किया है।
भारत में ही कोरोना वायरस संक्रमण के भी 21 मई के बाद सबसे अधिक 614 मामले भी दर्ज किए गए हैं जिससे उपचाराधीन मरीजों की भी संख्या बढ़कर 2,311 तक हो गई हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भी जारी किए गए ताजा आंकड़ों के ही अनुसार, केरल में बीते 24 घंटों में से भी तीन मरीजों की भी मौतों से मृतकों की संख्या बढ़कर 5,33,321 तक हो गयी है जबकि देश में कोविड-19 के कुल मामलों की संख्या 4.50 करोड़ तक भी पहुंच चुकी (4,50,05,978) है।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन्स में क्या है ?
स्वास्थ्य सचिव सुधांश पंत ने भी यह बताया कि केरल, महाराष्ट्र, झारखंड और कर्नाटक जैसे कुछ ऐसे राज्यों में भी दैनिक पोजिटिविटी रेट में भी वृद्धि देखी जा रही है। आने वाले कुछ त्योहारों और शादी के भी मौसम को नज़र में रखते हुए राज्यों को सार्वजनिक स्वास्थ्य उपाय भी और अन्य व्यवस्थाएं करने की भी सलाह दी हुई हैं।राज्यों से भी कोविड-19 के लिए ही केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ही ओर से शेयर किए गए संशोधित निगरानी में रणनीति के विस्तृत परिचालन दिशानिर्देशों का भी प्रभावी अनुपालन सुनिश्चित करने की आग्रह कि गई भीं है। देश के सभी जिलों में भी कोरोना के टेस्ट दिशानिर्देशों के ही मुताबिक करने की भी सलाह दी गई हैं। साथ ही आरटीपीसीआर टेस्ट की भी संख्या बढ़ाने के लिए कहा गया है।
RBI ने इन बैंकों पर लगाया तगड़ा जुर्माना, क्या कस्टमर पर पड़ेगा इसका प्रभाव