Atal Bihari Vajpayee: जानें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन सफ़रनामा

Atal Bihari Vajpayee:जानें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन सफ़रनामा और इनकी सफल के पिछे का रहस्य कुछ ऐसा है!

Atal Bihari Vajpayee(अटल बिहारी वाजपेयी):जानें भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी का जीवन सफ़रनामा और इनकी सफल के पिछे का रहस्य कुछ ऐसा है!

अटल बिहारी वाजपेई जी एक महान विद्वान पुरुष थे। उन्होंने एक अपना अलग पहचान बनाई है लोगों के दिलों में वह आप भी राज करते हैं सभी को एक समान रूप से देखते थे उनके मन में कोई भेदभाव कोई नकारात्मक विचार नहीं थी। वे एक साफ दिल इंसान थे जिन्होंने लोगों के बीच रह के एक अलग पहचान नियुक्त किया और आज भी लोगों के दिल में वे राज करते हैं। आज वह मरने के बाद भी जब उन्हें कोई याद करता है तो लोगों के मन में उनके प्रति जो भाव सामान नजर आती है

      वह बहुत कमी लोगों के लिए दिखने को मिलती है। उनका विचार स्वभाव सामान एक अलग ही किस्म के इंसान थे। वह बहुत खुशमिजाज थे।

अटल बिहारी वाजपेई जी का जन्म कब और कहां हुआ था और उनकी मृत्यु कब हुई थी।

अटल बिहारी वाजपेयी जी का जन्म

 परवर्ती मनमोहन सिंह हैं। उनका जन्म 25 दिसम्बर 1924 ग्वालियर, मध्य प्रदेश में हुई थी। 

उनकी मृत्यु अगस्त 16, 2018 (उम्र 93) एम्स दिल्ली (सायं 5 बजे) ही नई दिल्ली, भारत

राष्ट्रीयता भारतीय में हुई थी। आज (25 दिसंबर) पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मनाई जाती हैं। आज के दिन तीन ऐसा खास चीज हैं जिसमें एक इनका भी नाम आता हैं।

अटल बिहारी वाजपेई जी का राजनीतिक सफर कैसा था? अटल बिहारी वाजपेई जी का विचार कैसा था?

Atal Bihari Vajpayee
Atal Bihari Vajpayee/hinditv.in

जनता के दिलों पर राज करने वाले अटल बिहारी वाजपेई जी राजनीतिक प्रतिबंधकता के लिए वह काफी मशहूर थे।13 october 1999 को ही लगातार दूसरी बार उन्होंने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई गठबंधन सरकार के प्रमुख रूप में भारत के प्रधानमंत्री की पद पर नियुक्त हुए। 1996 मैं वह बहुत कम समय के लिए ही प्रधानमंत्री नियुक्त हुए थे । उसके बाद ही पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद ही प्रधानमंत्री नियुक्त हुए थे।

     यह एक बार नहीं लगातार 2 बार प्रधानमंत्री के पद पर नियुक्त हुए, यह एक ऐसे नेता थे जो लोगों के दिलों में रहते थे इनके काम को देखते हुए उनसे लोग काफी प्रसन्न रहते थे उनके मन में कोई छल कपट नहीं रहती थी यह बहुत ही अच्छे नेता बन के अपने आप को जनता के समक्ष रखे थे। मानो तो यह एक खुली किताब थे। यह इतने काबिल नेता थे कि लोकसभा में नौ बार और राज्यसभा में दो बार इनको चुना गया।

     यह एक अपने आप में ही प्रसिद्ध थे।भारत के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष नेता के रूप में उन्होंने अपनी आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में एक सक्रिय भूमिका तक निभाई हुई हैं। वह अपने जी जान से जनता के हित में काम करते थे उनका मानना है कि जैसे हम हैं वैसे ही जानता अगर हम जनता को खुश रखेंगे तो ही हम खुश रह पाएंगे।

     और कारण यहीं था कि वह लोकसभा में नौ बार और राज्यसभा में दो बार चुने गए थे। जब अटल बिहारी वाजपेई जी कक्षा करते थे तब के समय में ही वह राजनीति में उतर गए थे सन 1942 में उन्होंने पहली बार भारत छोड़ो आंदोलन के हित में काम किया था और उन्होंने ब्रिटिश का नामोनिशान उसी समय उसका अंत किया था।

     वह सबसे अच्छे छात्र वैज्ञानिक विज्ञान में एक छात्र थे जिसमें उनका काफी ज्यादा रुचि रहती थी। उन्होंने विपक्ष के लिए को काफी जवाब दिए हैं। वाजपेई जी अपना जीवन पत्रकार के रूप में शुरू किया था और वहां से आज यहां तक का सफर किए हैं। फिर जब वह 1951 में जनता संघ में जुड़ गए तो पत्रकारिता को छोड़ दिए।

     अटल बिहारी वाजपेई जी का विचारधारा बहुत अच्छा हैं। ये भाजपा सह-संस्थापकों एक अच्छे नेता थे उनकी जीवन का एक लक्छ था वह एक हिंदू राष्ट्रवादी और स्वयंसेवी संगठन,आरएसएस के सदस्य थे। यह कार्यालय में पूर्ण कार्यकाल तक सेवा करने वाली पहले भारतीय प्रधान मंत्री थे, जो कांग्रेस के तो नहीं थे। वह एक प्रसिद्ध कवि और लेखक के रुप में जानें जाते हैं।

क्या अटल बिहारी वाजपेई की बेटी हैं?

अटल बिहारी वाजपेई जी उन्होंने शादी किया ही नहीं था वह अपना पूरा जीवन लोगों के प्रति ही समर्पित कर दिया। उनके जीवन का बस एक लक्ष्य था और वह लक्ष्य वह सपना जो उन्होंने देखा और उसको ही पुरा करते करते उनकी जीवन का अंत हों गया। इसलिए वह अविवाहित थे ना ही उनकी कोई बेटी बेटा और पत्नी थी। उनका जो कुछ था उनकी जनता थी और उन्होंने अपना पूरा जीवन जनता के लिए के हित में निराशावर कर दिया।

What atal Bihari Vajpayee died for India?

 अटल बिहारी वाजपेई जी की मृत्यु 16 August 2018 में हो गई थी। उनकी मृत्यु  93 साल के बाद हुई थीं। ओ जितना दिन जिंदा थे पुरी निष्ठा से लोगों के प्रति ही रहते थे।

अटल बिहारी वाजपेई कितनी बार प्रधानमंत्री बने थे? और अटल बिहारी वाजपेयी क्यों प्रसिद्ध है?

अटल बिहारी वाजपेयी जी एक भारतीय राजनीतिज्ञ थे, जो दो बार भारत के प्रधान मंत्री बने रहे, पहले 16 मई से 1 जून 1996 तक, और फिर दूसरी 19 मार्च 1998 से 22 मई 2004 तक रहे। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्य, वाजपेयी थे दसवें प्रधानमंत्री बने थे।

     भारतीय राजनीति के दिग्गज अटल बिहारी वाजपेयी तीन बार देश के प्रधानमंत्री बने रहे। सुशासन दिवस 23 दिसंबर 2014 को मनाई जाती है,जब अटल बिहारी वाजपेयी को पंडित मदन मोहन मालवीय (मरणोपरांत) के साथ भारत रत्न से सम्मानित किया गई थी।

Why atal Bihari Vajpayee is Famous?

वह पहले प्रधानमन्त्री थे जिन्होंने गठबन्धन सरकार को न केवल स्थायित्व दिया अपितु सफलता पूर्वक संचालित किया। अटल जी पहले ऐसे विदेश मन्त्री थे जिन्होंने संयुक्त राष्ट्र संघ में हिन्दी में भाषण देकर भारत को गौरवान्वित किया था। इनका बात जो था ओ लोगों के प्रति ही रहता था।

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