Surat Diamond Bourse: नरेंद्र मोदी ने किया दुनिया के सबसे बड़े ऑफिस का उद्धघाटन।
Surat Diamond Bourse: प्रधान मंत्री जी ने एक बहुत बड़ा ही काम को अंजाम दिया हैं। आज के दिन ही वे सूरत डायमंड बोस का उद्घाटन भी करने वाले हैं। डायमंड बोस दुनियां का सबसे बड़ा ऑफिस और कांप्लेक्स भी हैं, ये कच्ची और पॉलिश किए गए हीरो के साथ-साथ आभूषणों के भी व्यापार का केंद्र होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 17 दिसंबर रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट ऑफिस हब ‘सूरत डायमंड बोर्स’ का भी उद्घाटन करेंगे! यह अंतरराष्ट्रीय हीरे और आभूषण कारोबार के भी लिए दुनिया का सबसे बड़ी और आधुनिक केंद्र भी होगी।

Surat Diamond Bourse क्या है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी कल यानी 17 दिसंबर रविवार को ही दुनिया के सबसे बड़े कॉरपोरेट ऑफिस हब ‘सूरत डायमंड बोर्स’ का उद्घाटन करने वाले हैं। यह अंतरराष्ट्रीय हीरे और आभूषण कारोबार के लिए भी दुनिया का सबसे बड़ा और आधुनिक केंद्र भी होगा। यह कच्चे और पॉलिश किए गए हीरो के साथ-साथ ही आभूषणों के व्यापार का भी एक वैश्विक केंद्र भी होगा। डायमंड बोर्स दुनिया की ही सबसे बड़ी इंटरकनेक्टेड इमारत भी है, क्योंकि इसमें 4,500 से अधिक इंटरकनेक्टेड कार्यालय भी हैं, यह देश का सबसे बड़ा भी सीमा शुल्क निकासी घर भी है।
Surat Diamond Bourse Building Photos कुछ ये रहा?

इस भव्य इमारत का भी निर्माण करने वाली कंपनी के अनुसार भी, इसमें 7.1 मिलियन वर्ग फुट से भी अधिक फर्श की जगह मौजूद भी है। इमारत का भी निर्माण चार साल में ही पूरा हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को दुनिया के सबसे बड़े कार्यालय भवन- सूरत डायमंड बोर्स का उद्घाटन भी कर दिया।
इसी के साथ साथ अमेरिका के रक्षा मंत्रालय पेंटागन को भी पीछे छोड़कर भारत में अब दुनिया का सबसे बड़ा कार्यालय भवन भी शुरू हो ही गया है। 80 वर्षों तक, पेंटागन दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत भी हुई थी। लेकिन, यह उपाधि अब गुजरात के सूरत में निर्मित इमारत ने भी ले ली है। इस इमारत में हीरा व्यापार केंद्र भी होगा।गौरतलब है कि सूरत को विश्व की रत्न राजधानी के रूप में भी जाना जाता है, जहां दुनिया के 90% हीरे तराशे भी जाती हैं। नवनिर्मित सूरत डायमंड बोर्स में 65,000 से अधिक हीरा पेशेवर एक साथ ही काम कर सकेंगे।
15 मंजिला यह इमारत 35 एकड़ के भूमि में फैली हुई भी है और इसमें नौ आयताकार संरचनाएं भी बनी हैं। जो एक केंद्र से आपस में जुड़ी हुई हैं। इस भव्य इमारत का भी निर्माण करने वाली कंपनी के अनुसार ही, इसमें 7.1 मिलियन वर्ग फुट से भी अधिक फर्श की जगह मौजूद भी है। इमारत का निर्माण चार साल में ही पूरा हुआ है।
व्यापारियों को नहीं जाना होगा अब मुंबई?
एसडीबी वेबसाइट के भी अनुसार, कमर्शियल कॉम्प्लेक्स में ही एक मनोरंजन क्षेत्र और पार्किंग क्षेत्र भी है, जो 20 लाख वर्ग फुट में फैला भी हुआ है। परियोजना के भी सीईओ महेश गढ़वी ने भी इस इमारत के निर्माण के दौरान कहा था कि नया भवन परिसर खुलने के बाद ही हजारों लोगों को व्यवसाय करने के लिए भी ट्रेन से मुंबई जाने की भी जरूरत नहीं होगी। जिन्हें कभी-कभी हर दिन मुंबई की भी यात्रा करनी पड़ती ही थी।
मॉर्फोजेनेसिस कंपनी ने भी बनाया था इमारत का डिजाइन?
एक अंतरराष्ट्रीय डिजाइन के भी प्रतियोगिता के बाद ही भारतीय आर्किटेक्ट कंपनी मॉर्फोजेनेसिस (Morphogenesis) ने इस इमारत का भी डिजाइन तैयार किया गया था। गढ़वी ने भी बताया कि यह परियोजना पेंटागन को भी पछाड़ने की प्रतिस्पर्धा का भी हिस्सा नहीं है, बल्कि परियोजना का ही आकार मांग के आधार पर तय कि गई थी। उन्होंने यह कहा कि इमारत में बने सभी कार्यालय निर्माण से ही पहले हीरा कंपनियों ने भी खरीद लिए थे।
Are Diamonds cheaper in surat?
गुजरात के ही सूरत में आज हीरे के रेट
वो एक जैसी ही रहती है,वहीं हीरे की भी कीमत में सोने की भी तुलना में काफी कम उतार-चढ़ाव भी आता है,इसकी वजह से हीरे में भी निवेश अधिक स्थिर मानी जाती है,ज्यादातर मामलों में ही, समय के साथ ही उनका मूल्य लगातार बढ़ती ही जाती है!
क्या सूरत में हीरे सस्ते भी होते हैं?
आप निश्चित रूप से ही सूरत, गुजरात से भी सस्ते हीरे प्राप्त कर सकते हैं, लेकिन केवल तभी जब आप सही स्रोत भी जानते हों। केवल यह न मानें कि आप सूरत हीरा बाजार में भी जा सकते हैं, और सस्ते में ही हीरे प्राप्त कर भी सकते हैं, हो सकता है कि आप सर्वोत्तम गुणवत्ता वाले भी हीरों की कीमत चुकाकर सस्ते गुणवत्ता वाले हीरे भी खरीद लें।
सूरत डायमंड सिटी क्यों होती है?
सूरत को ही भारत का हीरा शहर क्यों ही कहा जाती है? गुजरात में ही सूरत, दुनिया भर में ही खरीदे जाने वाले भी 90% हीरों का प्रसंस्करण भी करते है । यह 6,000 से भी अधिक इकाइयों का घर है जो दुनिया भर से लाए गए कच्चे हीरों को काटते और पॉलिश भीं करते हैं।
सूरत हीरा क्या होती है?
सूरत डायमंड बोर्स (एसडीबी) भारत के ही सूरत में स्थित एक हीरा व्यापार केंद्र भी है और इसे आर्किटेक्चर फर्म मॉर्फोजेनेसिस द्वारा डिजाइन भी किया गया है। यह 660,000 वर्ग मीटर (7,100,000 वर्ग फुट) क्षेत्रफल के साथ ही दुनिया का सबसे बड़ा हीरा व्यापार केंद्र भी है। यह इमारत पेंटागन से भी आगे दुनिया की सबसे बड़ी कार्यालय इमारत भी है।
शुद्ध हीरा कितने कैरेट की होती है?
तो एक कैरेट का हीरा वह हीरा ही होती है जिसका वजन 0.2 ग्राम ही होता है। यह शुद्ध या अशुद्ध, अच्छी तरह से कटा हुआ, खराब कटा हुआ, रंगीन या रंगहीन, खुरदुरा या कटा हुआ भी औद्योगिक या रत्न-गुणवत्ता वाला भी हो सकता है। यदि इसका वजन 0.2 ग्राम ही है, तो यह एक कैरेट का भी हीरा है। 0.1 ग्राम और यह आधा कैरेट आदि भी होती है।
सूरत में हीरे की कितनी फैक्ट्री भी है?
सूरत में छह लाख से भी अधिक हीरे पॉलिश करने वाले भी और 5,000 से भी अधिक छोटे, मध्यम और बड़े भी कारखाने ही हैं।
सूरत डायमंड बोर्स का भी निर्माण किसने किया था?
मॉर्फोजेनेसिस ने भी गिफ्ट सिटी, गांधीनगर में भी बीएसई टावर और अहमदाबाद में भी ज़ाइडस कॉर्पोरेट पार्क को भी डिजाइन भी किया है। सूरत डायमंड बोर्स में ही 300 वर्ग फुट से लेकर भी 7,5000 वर्ग फुट तक के लगभग ही 4,200 कार्यालयों की भी क्षमता है। एक्सचेंज में ही नौ टावर हैं, प्रत्येक में ग्राउंड प्लस 15 मंजिल भी हैं।
डायमंड बोर्स कैसे काम करती है?
हीरे का भी व्यापार हीरे के एक्सचेंज में एक्सचेंज के भी सदस्यों के बीच में किया जाता है । लक्ष्य स्थानीय हीरा उद्योग के हितों को ही बढ़ावा देनी है। इसके अलावा, हीरे, चाहे वे कच्चे हों या पॉलिश किए भी हुए, जरूरी नहीं कि वे हीरा बाजार में भौतिक रूप से भी मौजूद हों गई है।
सूरत हीरे के लिए भी क्यों प्रसिद्ध है?
आज, सूरत 24 अरब डॉलर के भी वार्षिक कारोबार के साथ ही एक संपन्न उद्योग का ही केंद्रीय केंद्र भी है। इस सफलता की कहानी का ही एक महत्वपूर्ण हिस्सा 6,000 पॉलिशिंग इकाइयों में भी 700,000 से अधिक श्रमिकों के भी समर्पण और शिल्प कौशल को भी दिया जा सकती है। साथ में, वे दुनिया के लिए भी लगभग 95% हीरों का प्रसंस्करण करते भी हैं।
क्या सूरत डायमंड बोर्स प्राइवेट है?
सूरत डायमंड बोर्स एसडीबी डायमंड बोर्स द्वारा ही प्रचारित एक गैर-लाभकारी संगठन भी है, जो कंपनी अधिनियम, 2013 की भी धारा 8 के तहत पंजीकृत कंपनी ही है और सूरत, गुजरात में डायमंड बोर्स की भी स्थापना और प्रचार के लिए भी बनाई गई है।
Adani Enterprises Share Price: अडानी एंटरप्राइजेज शेयर प्राइस।